Monday, March 27, 2023

*~पुस्तकोपहार - उत्सव*~

प्यारे बच्चों जैसा कि आप जानते हैं कि केन्द्रीय विद्यालय प्रति वर्ष नये सत्र की शुरुआत में *पुस्तक* *उपहार* *उत्सव* मनाता है। इस उत्सव में छात्र-छात्राएं पिछली कक्षा की किताबों को विद्यालय पुस्तकालय में जमा करते हैं और अगर अगली कक्षा की पुस्तक उपलब्ध हो तो पुस्तकें प्राप्त करते हैं। केन्द्रीय विद्यालय की पुस्तकोंपहार योजना निशुल्क है जिसका उद्देश्य अधिक से अधिक पेड़ों को कटने से बचाना है, क्योंकि कागज पेड़ों से ही बनते हैं। एक पेड़ से *16.67* कागज के रीम बनते हैं और एक रीम में *500 sheets* होते हैं, तो एक पेड़ से *16.67×500=8335 sheets* कागज बनता हैं। यदि आप सब इस पुस्तक उपहार योजना/उत्सव में पुरानी कक्षा की पुस्तकों को दान करके और अगली कक्षा की पुस्तकें प्राप्त करके भाग लेते हैं, तो जाने-अनजाने में कितने *पेड़ों को* *कटने से बचा सकते हैं।* ज़रा सोचिए। 

प्यारे बच्चों केंद्रीय विद्यालय के इस पुस्तक उपहार उत्सव में आप बढ़ चढ़कर हिस्सा ले औऱ सैंकड़ों पेड़ों को कटने से बचायें। आप अपनी पिछली कक्षा की पुस्तकें *7 *अप्रैल***2022* तक विद्यालय पुस्तकालय में या अपने कक्षा अध्यापक को जमा करवा सकते हैं।     

           *धन्यवाद*

पुस्तकालय अध्यक्ष

सोनिया गुप्ता 

Wednesday, March 15, 2023

पुस्तकोपहार :पर्यावरण संरक्षण पहल

आइए बच्चों, पर्यावरण संरक्षण के लिए मिलकर छोटा सा कदम उठाये अपनी पिछली कक्षाओं की पाठ्य पुस्तकें उपहार स्वरुप जूनियर विद्यार्थियों को देंI

KV students strengthening tradition of donating old textbooks to juniors

Kendriya Vidyalaya Sangathan’s (KVS) noble initiative-- Pustakopahar-- wherein students donate their used textbooks to their juniors.

Under the initiative, conceptualised in 2016, the KENDRIYA VIDYALAYA SANGATHAN motivates their students to donate their used textbooks. While doing this the juniors will save money, given the fact that prices of the books go up almost every year, a bid would also be made for environment conservation as printing less books would mean cutting less trees & save environment.


प्यारे बच्चों, पिछले वर्ष 👆 केंद्रीय विद्यालय के विद्यार्थियों के द्वारा पांच लाख किताबे उपहार में देकर  लगभग 1700 पेड़ो को बचाया गया।
इस वर्ष ज्यादा से ज्यादा पुस्तकों को उपहार में देकर इस मुहिम को और आगे बढ़ाएं एवम पर्यावरण को संरक्षित करने में अपना योगदान दें।